
गौतम अडाणी मामले पर अमेरिका ने अब भारत की मदद मांगी है. मालूम हो कि अमेरिकी अदालत में गौतम अडाणी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला चल रहा है.
न्यूज़ एजेंसी रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को अदालत में दाखिल एक दस्तावेज में अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (यूएस-एसईसी) ने कोर्ट को बताया है कि उन्होंने अडाणी मामले की जांच में भारतीय अधिकारियों से मदद मांगी है. अडाणी समूह के संस्थापक गौतम अडाणी और उनके भतीजे के खिलाफ कथित प्रतिभूति धोखाधड़ी और 265 मिलियन डॉलर की रिश्वतखोरी का मामला चल रहा है.
उल्लेखनीय है कि बीते हफ्ते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान गौतम अडाणी को लेकर सवाल पूछा गया. इस सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि ऐसे व्यक्तिगत मामलों के लिए दो देश के मुखिया न मिलते हैं, न बैठते हैं, न बात करते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, यूएस-एसईसी ने न्यूयॉर्क की जिला अदालत को बताया कि वह गौतम अडाणी और उसके भतीजे सागर अडाणी मामले पर भारत के कानून मंत्रालय से हेग सर्विस कन्वेशन के तहत मदद मांग रहा है.
मालूम हो कि हेग सर्विस कन्वेंशन विभिन्न देशों के बीच एक संधि है, जो सिविल और कमर्शियल मामलों में कानूनी दस्तावेजों को एक दूसरे देश देश के बीच पहुंचाने के लिए की गई है.
फिलहाल इस मामले पर भारत के कानून मंत्रालय और गौतम अडाणी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
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