
ज़ी के संस्थापक सुभाष चंद्रा ने सोमवार को एक बार फिर से ट्वीट किया. इस बार उन्होंने लिखा, “सुशांत सिंह राजपूत केस में रिया से माफ़ी मांगने के चलते मिली सराहना से मैं अभिभूत हूं. हालांकि, मेरा विश्वास अब भी वही है. माफ़ी मांगने से अतीत में हुई गलतियों को सुधारा तो नहीं जा सकता लेकिन भविष्य में कम गलतियां करने में मदद मिलती है."
इससे पहले उन्होंने शुक्रवार को इस बारे में ट्वीट किया था. तब सुभाष चंद्रा ने रिया कोसुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में दोषी बनाने के लिए उनसे माफ़ी मांगी थी. कुछ दिन पहले ही रिया को केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा सभी आरोपों से दोषमुक्त कर दिया गया है.
I am humbled, by the appreciation received due to my apology from Riya in Rajput case. My belief still remains:
— Subhash Chandra (@subhashchandra) March 31, 2025
“Apologies do not correct the past, but helps in making lesser mistakes in future”
Eid Mubarak to all. Subhash
गौरतलब है कि एक्टर राजपूत की मौत साल 2020 में हुई. उसके बाद मेनस्ट्रीम मीडिया ने इस मामले में रिया चक्रवर्ती को निशाना बनाया. रिया उस समय सुशांत की प्रेमिका थी. मीडिया ने सुशांत के बहाने रिया का मीडिया ट्रायल किया. इस मामले में सबसे आगे ज़ी न्यूज रहा.
In Sushant Rajput murder case, CBI has filed closure report. I believe it is due to lack of credible evidence. No scope for ambiguity, hence it means no case is made out.
— Subhash Chandra (@subhashchandra) March 28, 2025
In retrospect I feel that Rhea Chakarborty was made out an accused by media, led by Zee News through it’s…
2/2
— Subhash Chandra (@subhashchandra) March 28, 2025
Others followed Zee News. As mentor of Zee News, advise them to be brave and apologize. I do apologize to Rhea, even with no involvement of mine.
I am like ‘एक मुख रुद्राक्ष’ बाहर और अंदर एक समान। Call spade a spade. Subhash
इसी को लेकर चंद्रा ने शुक्रवार को ट्वीट किया था, “सुशांत राजपूत मर्डर केस में सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है. मेरा मानना है कि यह विश्वसनीय सबूतों की कमी के कारण है. अस्पष्टता की कोई गुंजाइश नहीं है, इसलिए इसका मतलब है कि कोई मामला नहीं बनता. पीछे मुड़कर देखने पर मुझे लगता है कि रिया चक्रवर्ती को मीडिया ने आरोपी बनाया था, जिसका नेतृत्व ज़ी न्यूज़ ने अपने संपादक और रिपोर्टरों (उस समय) के ज़रिए किया था. अन्य लोग ज़ी न्यूज़ को फॉलो करते थे. ज़ी न्यूज़ के मेंटर के तौर पर, मैं उन्हें सलाह देता हूं कि वे हिम्मत रखें और माफ़ी मांगें. मैं रिया से माफ़ी मांगता हूं, भले ही मेरी इसमें कोई संलिप्तता न हो. मैं ‘एक मुखी रुद्राक्ष’ की तरह हूं बाहर और अंदर एक समान.”
न्यूज़लॉन्ड्री ने इस मामले पर विस्तार से कवरेज की थी कि मेनस्ट्रीम मीडिया ने राजपूत की मौत और चक्रवर्ती के खिलाफ़ मुकदमे को कैसे कवर किया. आप इस मुद्दे पर हमारी रिपोर्ट और विश्लेषण यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं.
रिया चक्रवर्ती को मीडिया किस तरह निशाने पर ले रहा था, जानने के लिए पढ़िए ये रिपोर्ट.
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