
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने रिपब्लिक टीवी की उस खबर को फेक न्यूज़ बताया है जिसमें चीफ प्रॉक्टर ने इफ्तार पार्टी का विरोध किया था. यूनिवर्सिटी ने ट्वीट कर इस खबर को झूठा बताया और कहा कि विश्वविद्यालय इस मामले में उचित कार्रवाई करेगा.
विश्वविद्यालय ने ट्वीट कर कहा, “रिपब्लिक द्वारा प्रकाशित ऑनलाइन रिपोर्ट में बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर के बयान को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया है, जो विश्वविद्यालय प्रशासन की खराब छवि को दिखाता है. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, संस्थान की छवि खराब करने के इस प्रयास की निंदा करता है.”
An online report published by https://t.co/cJ6L7MNjEl has misquoted BHU Chief Proctor, showing the varsity administration in poor light. Banaras Hindu University condemns this attempt to malign the image of an institution of global repute. (1/1)#FakeNewsAlert pic.twitter.com/D595srDD1C
— BHU Official (@bhupro) May 2, 2022
एक और ट्वीट में विश्वविद्यालय ने चीफ प्रॉक्टर का बयान भी शेयर किया. जिसमें चीफ प्रॉक्टर भुवन चंद्र कापड़ी ने कहा, “मीडिया से अपेक्षा की जाती है कि वह लोगों को सही तथ्यों के साथ सूचित और अपडेट करे, न कि उन्हें तोड़-मरोड़ कर पेश करे. मीडिया के लोकतांत्रिक व्यवस्था में फेक न्यूज़ उसके कर्तव्यों के विपरीत है. इस मामले में बीएचयू उचित कार्रवाई करेगा.”
Media is expected to inform & update people with correct facts, not twist them. This attempt to serve #FAKENEWS is contrary to duties of media in a democratic set up & #BHU will take due course of action in this matter. Here's the video statement of Chief Proctor.
— BHU Official (@bhupro) May 2, 2022
Source: @ANI pic.twitter.com/E1sIUgEJ3B
बता दें कि रिपब्लिक टीवी की रिपोर्ट में प्रॉक्टर के हवाले से लिखा गया था कि, यह बीएचयू के इतिहास में पहली बार है कि किसी धार्मिक कार्यक्रम के लिए सरकारी खर्च किया गया हो. विश्वविद्यालय इस नई प्रथा के खिलाफ विरोध करेगा, खासकर जो नए प्रशासन द्वारा शुरू किया गया है.
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