शुक्रवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक दूसरे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. आप ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भाजपा की तरफ से धांधली किए जाने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया तो वहीं भाजपा ने भ्रष्टाचार, घोटालों और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर ईडी की जांच से भागने का आरोप लगाते हुए केजरीवाल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला.
बता दें कि आम आदमी पार्टी ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हुई कथित धांधली के आरोप में दो फरवरी को भाजपा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की थी. आप ने कहा था कि पार्टी के कार्यकर्ता भाजपा मुख्यालय पर प्रदर्शन करेंगे. इसके लिए शुक्रवार सुबह से ही पार्टी के कार्यकर्ता भारी तादाद में आप मुख्यालय पहुंचे थे. हालांकि, उन्हें दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं दी. प्रदर्शन न हो इसके लिए दिल्ली पुलिस ने चारों ओर से बैरिकेडिंग कर दी थी. इसके चलते आप कार्यकर्ताओं ने पार्टी दफ्तर के बाहर ही प्रदर्शन किया.
इस प्रदर्शन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी शामिल हुए. दोनों ही नेताओं ने पार्टी दफ्तर के बाहर अपने कार्यकर्ताओं ने संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी तानाशाही कर रही है, लेकिन वे डरने वाले नहीं हैं.
सीएम भगवंत मान ने कहा कि अगर 2024 में दोबारा भाजपा की सरकार आ गई तो तानाशाही बढ़ेगी.
इसके बाद सीएम केजरीवाल ने अपने भाषण के बाद में कहा कि हम अब भाजपा मुख्यालय की ओर जाएंगे लेकिन अगर पुलिस रोकती है तो फिर हम उनसे झगड़ा नहीं करेंगे वहीं रुक जाएंगे. हमें शांतिपूर्वक प्रदर्शन करना है.
इसके बाद जैसे ही आप कार्यकर्ताओं ने भाजपा की दफ्तर की ओर बढ़ना शुरू किया तभी उन्हें रोक लिया. इस दौरान कई कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में भी लिया.
भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों को ही दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी. बावजूद इसके दोनों पार्टियों ने कुछ ही दूरी पर एक-दूसरे के खिलाफ जमकर हमला बोला.
धरना प्रदर्शन में शामिल हुए लोगों का क्या कहना है और शुरू से अंत तक क्या हुआ यह सब जानने के लिए देखिए ये पूरी वीडियो रिपोर्ट.
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